आरक्षण के खिलाफ हथियार है कॉमन सिविल कोड: उविपा
उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने कॉमन सिविल कोड का समर्थन किया। साथ ही कहा कि कॉमन सिविल कोड भारत के प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार दिए जाने की संहिता है। उत्तराखण्ड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने कहा कि समान आचार संहिता में किसी के भी साथ किसी भी आधार पर भेदभाव नहीं होता है, ना धर्म के आधार , ना ही जाति के आधार पर और ना ही लिंग के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होता है। यानी सबको समान अधिकार व सबको समान अवसर। उन्होंने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि यह वाकई सामान आचार संहिता ही होगी , क्योंकि समान आचार संहिता में आरक्षण का कोई स्थान नहीं है। इसमें सब नागरिक एक समान है, सबके अधिकार समान है और सबके कर्तव्य समान है । ऐसे में आरक्षण का समान आचार संहिता में कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सबसे अच्छी बात है इस प्रदेश में समान आचार संहिता लागू करने से आरक्षण खत्म करने की शुरुआत होगी। मुजीब नैथानी ने कहा कि सबसे अच्छी बात यह है कि समान आचार संहिता में शिक्षा में सरकार को सब को एक समान शिक्षा उपलब्ध कराने पड़ेगी और चिकित्सा सुविधाएं भी एक समान ही उपलब्ध करानी पड़ेगी। इससे आम जनमानस